भारत सरकार समय-समय पर यातायात के नियमों में बदलाव करती है ताकि सड़क सुरक्षा को मजबूत किया जा सके और यातायात व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाया जा सके। 1 मार्च 2025 से नए RTO नियम लागू किए गए हैं, जो सभी वाहन चालकों के लिए जानना जरूरी है। इन नियमों में चालान भरने की समय सीमा, ड्राइविंग लाइसेंस की नई प्रक्रिया, टोल टैक्स का नया सिस्टम और हाईटेक निगरानी जैसी महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं।
1. हाईटेक निगरानी से बदलेगा ट्रैफिक सिस्टम
अब रोड पर गाड़ी चलाते समय हर वाहन की स्कैनिंग होगी और सभी गतिविधियां हाईटेक कैमरों में रिकॉर्ड की जाएंगी। इस सिस्टम के जरिए पुलिस को यह पता चल सकेगा कि आपकी गाड़ी का इंश्योरेंस वैध है या नहीं। यदि कोई वाहन नियमों का उल्लंघन करता है, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
2. Fastag सिस्टम होगा खत्म, नए तरीके से कटेगा टोल टैक्स
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी है कि अब FASTag सिस्टम को बंद किया जाएगा और टोल टैक्स वसूलने का नया तरीका अपनाया जाएगा। हालांकि, सरकार ने अभी तक इसका पूरा विवरण नहीं दिया है, लेकिन उम्मीद है कि यह प्रणाली और अधिक आधुनिक और तेज होगी।
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3. नए ट्रैफिक नियम और जुर्माने की राशि
सरकार ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माने का प्रावधान किया है। कुछ प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
- ड्राइविंग लाइसेंस के नियम तोड़ने पर ₹10,000 जुर्माना।
- ओवरस्पीडिंग (तेज गति से वाहन चलाना) पर ₹1000 से ₹2000 तक का चालान।
- नाबालिग द्वारा वाहन चलाने पर ₹25,000 का जुर्माना और वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।
- नाबालिग पकड़े जाने पर उसका ड्राइविंग लाइसेंस 25 साल की उम्र तक नहीं बनेगा।
4. चालान भरने की नई समय सीमा
अब यदि आपका ट्रैफिक चालान कटता है, तो आपको 90 दिनों के भीतर उसका भुगतान करना अनिवार्य होगा। यदि वाहन मालिक चालान नहीं भरता है, तो उसका वाहन ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
ब्लैकलिस्ट होने के नुकसान:
- वाहन फिटनेस टेस्ट और प्रदूषण जांच नहीं करा सकेगा।
- वाहन का मालिकाना हक ट्रांसफर नहीं किया जा सकेगा।
- ब्लैकलिस्टेड वाहन को कानूनी रूप से सड़कों पर चलाना प्रतिबंधित होगा।
5. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में बदलाव
सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाया है। अब RTO टेस्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। इसके बजाय, प्राइवेट ड्राइविंग स्कूल से ट्रेनिंग और टेस्ट देकर लाइसेंस बनवाया जा सकता है।
नई फीस और प्रक्रिया:
- लर्निंग लाइसेंस फीस: ₹200
- इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस: ₹1000
- परमानेंट लाइसेंस फीस: ₹200
- रिन्यूअल फीस: ₹200
इसके अलावा, प्राइवेट ड्राइविंग स्कूल को मान्यता प्राप्त करने के लिए कम से कम एक एकड़ जमीन और आधुनिक टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध करानी होगी।
2025 के नए RTO नियम वाहन चालकों के लिए और अधिक सख्त लेकिन सुरक्षित बनेंगे। हाईटेक निगरानी, ऑनलाइन चालान, और नए ड्राइविंग लाइसेंस नियमों से यातायात अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित होगा। अगर आप भी वाहन चलाते हैं, तो इन नए नियमों को ध्यान में रखें, ताकि किसी भी परेशानी से बचा जा सके।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।