भारतीय सर्राफा बाजार में 4 फरवरी, 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली। पहली बार सोने की कीमत 85 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चली गई, जबकि चांदी 94 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई। यह बढ़ोतरी निवेशकों और खरीदारों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत में सोना और चांदी सिर्फ आभूषण ही नहीं, बल्कि एक सुरक्षित निवेश का माध्यम भी माने जाते हैं।
सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी का विवरण
भारतीय बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट 999 शुद्धता वाला सोना 85320 रुपये से बढ़कर 85817 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है, यानी 497 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह, 999 शुद्धता वाली चांदी भी 94398 रुपये से बढ़कर 94873 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जिसमें 475 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
विभिन्न शुद्धता के सोने की कीमतें
सोने की कीमत उसकी शुद्धता के अनुसार अलग-अलग होती है। IBJA की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 4 फरवरी, 2025 को सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
- 995 शुद्धता – 85473 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 916 शुद्धता (22 कैरेट) – 78608 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 750 शुद्धता (18 कैरेट) – 64363 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 585 शुद्धता (14 कैरेट) – 50203 रुपये प्रति 10 ग्राम
सोने-चांदी के ताजा भाव कैसे जानें?
आज के डिजिटल युग में सोने-चांदी के भाव जानना बेहद आसान हो गया है। IBJA ने एक मिस्ड कॉल सेवा शुरू की है, जिससे कोई भी व्यक्ति 8955664433 नंबर पर मिस्ड कॉल देकर ताजा कीमतों की जानकारी एसएमएस के माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
इसके अलावा, IBJA की आधिकारिक वेबसाइट ibjarates.com पर भी नए भाव देखे जा सकते हैं।
मेकिंग चार्ज और टैक्स का प्रभाव
IBJA द्वारा जारी कीमतों में मेकिंग चार्ज और टैक्स शामिल नहीं होते। जब कोई ग्राहक सोना खरीदता है, तो उसे अतिरिक्त लागत चुकानी पड़ती है।
- मेकिंग चार्ज – सोने के आभूषण बनाने की लागत, जो आमतौर पर 10-15% तक हो सकती है।
- जीएसटी (GST) – वर्तमान में सोने और चांदी पर 3% GST लागू होता है।
कीमतों में वृद्धि के कारण
सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में वृद्धि।
- मुद्रास्फीति और आर्थिक अस्थिरता के कारण सोने की मांग बढ़ना।
- ब्याज दरों में बदलाव और डॉलर की मजबूती।
- भारत में शादी और त्योहारों के कारण सोने की मांग में इजाफा।
- भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अनिश्चितता।
निवेशकों और खरीदारों के लिए सुझाव
- सोने की कीमतों की तुलना करें और सही समय पर खरीदारी करें।
- डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF, और सोवरिन गोल्ड बॉन्ड्स जैसे निवेश विकल्पों पर विचार करें।
- आभूषण खरीदते समय मेकिंग चार्ज और अन्य शुल्कों की पूरी जानकारी लें।
- हमेशा BIS हॉलमार्क वाला शुद्ध सोना ही खरीदें।
- दीर्घकालिक निवेश के लिए सोने की कुल प्रवृत्ति (ट्रेंड) को समझें।
सोने और चांदी की कीमतों में यह उछाल भारतीय बाजार में एक महत्वपूर्ण घटना है। 85 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पहली बार पार करना यह दर्शाता है कि सोने की मांग लगातार बढ़ रही है। निवेशकों और खरीदारों के लिए यह कीमतों की नियमित निगरानी करने और सूझबूझ से निवेश करने का समय है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।