Advertisement
Advertisements

SBI ने मिनिमम बैलेंस को लेकर बनाया नया नियम, जानिए क्या है नया नियम SBI Minimum Balance Rule

Advertisements

मिनिमम बैलेंस का मतलब है कि खाताधारकों को अपने बैंक खाते में एक निश्चित न्यूनतम राशि बनाए रखनी होती है। अगर यह राशि बनाए नहीं रखी जाती, तो बैंक द्वारा पेनल्टी शुल्क लगाया जाता है। यह नियम बैंक के परिचालन को सुचारु रूप से चलाने में मदद करता है।

एसबीआई के नए नियम की मुख्य बातें
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मिनिमम बैलेंस नियम में कई बदलाव किए हैं।

Advertisements
  1. न्यूनतम बैलेंस की सीमा में कमी
    ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम बैलेंस की सीमा ₹1,000, शहरी क्षेत्रों में ₹2,000, और मेट्रो क्षेत्रों में ₹3,000 कर दी गई है।
  2. पेनल्टी शुल्क में कटौती
    अगर ग्राहक न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने में असमर्थ रहते हैं, तो उन पर लगने वाला पेनल्टी शुल्क भी कम कर दिया गया है।
  3. डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा
    डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने के लिए कई सेवाओं पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
  4. विशेष वर्गों को लाभ
    वरिष्ठ नागरिकों और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के लिए मिनिमम बैलेंस की सीमा और भी कम की गई है।

ग्राहकों पर प्रभाव
एसबीआई के इस कदम से ग्राहकों को कई लाभ होंगे:

Also Read:
BSNL BSNL के 336 दिन वाले सस्ते प्लान ने हिला दिया सिस्टम, अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ मिलेगा भरपूर डेटा
  1. ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के लिए राहत
    ग्रामीण इलाकों और कम आय वाले ग्राहकों को अब मिनिमम बैलेंस बनाए रखने में आसानी होगी।
  2. डिजिटल लेन-देन में सुविधा
    डिजिटल बैंकिंग को अपनाने से ग्राहक बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के सुविधाजनक लेन-देन कर सकते हैं।
  3. बचत पर जोर
    न्यूनतम बैलेंस की कम सीमा से ग्राहक बिना पेनल्टी के अपनी बचत और लेन-देन की योजना बना सकेंगे।

अगर पेनल्टी लग जाए तो क्या करें?
अगर न्यूनतम बैलेंस न रखने पर पेनल्टी लगती है, तो घबराएं नहीं।

Advertisements
  • ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क करें: अपनी शाखा या कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करें।
  • पेनल्टी की जानकारी लें: बैंक से शुल्क की पूरी जानकारी प्राप्त करें।
  • भविष्य में बैलेंस बनाए रखें: पेनल्टी से बचने के लिए खाते में निर्धारित राशि बनाए रखें।

डिजिटल बैंकिंग के फायदे
एसबीआई डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा दे रहा है।

  • UPI और इंटरनेट बैंकिंग: लेन-देन पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं।
  • मोबाइल बैंकिंग: आसानी से बैलेंस चेक, फंड ट्रांसफर और अन्य सेवाएं।
  • YONO SBI ऐप: मिनिमम बैलेंस चेक और अपडेट करने की सुविधा।

नियम से होने वाले बदलाव
एसबीआई के इस कदम से बैंकिंग प्रणाली और अधिक समावेशी बनेगी।

Advertisements
Also Read:
E Shram Card List ई-श्रम कार्ड धारकों को मिलेंगे ₹1000, नई लिस्ट जारी, तुरंत चेक करें अपना नाम E Shram Card List
  • बैंकिंग सेवाएं अधिक किफायती और सुलभ होंगी।
  • ग्राहकों का बैंक पर विश्वास बढ़ेगा।
  • अधिक लोग बैंकिंग प्रणाली से जुड़ेंगे।

एसबीआई का नया मिनिमम बैलेंस नियम ग्राहकों के लिए राहत लेकर आया है। ग्रामीण हो या शहरी, हर वर्ग के लिए यह बदलाव फायदेमंद है। ग्राहक अब बिना किसी दबाव के अपनी बैंकिंग जरूरतें पूरी कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपनी नजदीकी शाखा या एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क करें।

Advertisements

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।

Leave a Comment