आज के समय में बैंकिंग सेक्टर तेजी से बदल रहा है। पहले जहां लोगों को पैसे निकालने के लिए बैंक की लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था, वहीं अब एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) की सुविधा से यह काम मिनटों में हो जाता है। एटीएम ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही डिजिटल धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ गए हैं। एटीएम स्कैम एक ऐसी ही धोखाधड़ी है, जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
एटीएम स्कैम क्या है?
एटीएम स्कैम एक प्रकार की धोखाधड़ी है, जिसमें अपराधी एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ करके या अन्य तकनीकों का उपयोग करके किसी व्यक्ति के खाते से पैसे चुरा लेते हैं। इसमें कार्ड स्किमिंग, पिन ट्रैपिंग और कार्ड ट्रैपिंग जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
एटीएम स्कैम के प्रमुख तरीके
- स्किमिंग – एटीएम में एक डिवाइस लगाकर कार्ड की जानकारी चुराना।
- कार्ड ट्रैपिंग – कार्ड स्लॉट में छेड़छाड़ कर कार्ड को फंसा देना।
- पिन ट्रैपिंग – नकली कीपैड लगाकर पिन नंबर चुराना।
- शोल्डर सर्फिंग – किसी व्यक्ति के पीछे खड़े होकर उसका पिन देख लेना।
एटीएम स्कैम से बचने के उपाय
- एटीएम का निरीक्षण करें – कार्ड स्लॉट और कीपैड को ध्यान से देखें।
- पिन नंबर छुपाकर डालें – पिन डालते समय कीपैड को हाथ से ढकें।
- अजनबियों से मदद न लें – कोई समस्या हो तो सीधे बैंक से संपर्क करें।
- रसीद और ट्रांजेक्शन चेक करें – हर बार पैसे निकालने के बाद रसीद जांचें।
- कार्डलेस कैश सुविधा का उपयोग करें – कई बैंक अब कार्डलेस कैश ट्रांजेक्शन की सुविधा दे रहे हैं।
सतर्कता ही सुरक्षा है
एटीएम का उपयोग करते समय सतर्कता बहुत जरूरी है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत बैंक को सूचित करें और अपने बैंकिंग विवरण की नियमित जांच करें। यदि किसी भी धोखाधड़ी का संदेह हो, तो जल्द से जल्द अपने बैंक से संपर्क करें और आवश्यक कदम उठाएं। आपका सतर्क रहना ही आपके पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।