तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकार ने आगामी त्योहारों और MLC चुनावों को ध्यान में रखते हुए दो दिन की स्कूल छुट्टी घोषित की है। इस फैसले से छात्रों और शिक्षकों को अपने परिवारों के साथ त्योहार मनाने का अवसर मिलेगा। यह छुट्टियां सभी सरकारी और निजी स्कूलों में लागू होंगी, जिससे पूरे राज्य में इसका प्रभाव दिखेगा।
MLC चुनावों के कारण छुट्टी
आंध्र प्रदेश में 27 फरवरी को होने वाले MLC चुनावों के कारण कुछ जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए यह निर्णय लिया है। इससे मतदाताओं को बिना किसी बाधा के अपने मताधिकार का उपयोग करने में सुविधा होगी।
तेलंगाना में भी 26 और 27 फरवरी को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। यह कदम चुनाव और त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि नागरिक आसानी से मतदान कर सकें और अपने परिवारों के साथ त्योहार मना सकें।
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चुनाव प्रक्रिया में सुधार के लिए सरकार की पहल
चुनाव प्रक्रिया को और प्रभावी बनाने के लिए सरकार और चुनाव आयोग ने चुनाव वाले क्षेत्रों में सरकारी कार्यालयों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में भाग ले सकें और लोकतंत्र को मजबूत बना सकें।
आचार संहिता का प्रभाव
MLC चुनावों के कारण संबंधित जिलों में आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव आयोग ने इसके सख्त पालन के लिए विशेष अधिकारियों की नियुक्ति की है, ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित किए जा सकें। आचार संहिता के तहत सरकारी घोषणाओं, प्रचार और अन्य गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
शैक्षणिक संस्थानों को सलाह
छात्रों और शिक्षकों को अपने स्कूल या कॉलेज प्रशासन से संपर्क करके छुट्टियों की पुष्टि करने की सलाह दी जाती है। इससे किसी भी प्रकार की भ्रम या असमंजस से बचा जा सकेगा।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकार का यह निर्णय छात्रों, शिक्षकों और आम नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल लोग अपने त्योहार अच्छे से मना सकेंगे, बल्कि मतदान प्रक्रिया को भी अधिक सुविधाजनक और प्रभावी बनाया जा सकेगा।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।